tag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post2981347378505757845..comments2023-09-26T19:57:38.188+05:30Comments on चीरफाड़: मीडिया भगवान तो नहीं किन्तु . . . !एस.एन. विनोद !http://www.blogger.com/profile/15928209423094784655noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-3686496425106898742009-11-22T03:17:46.226+05:302009-11-22T03:17:46.226+05:30महोदय, जिस तरह से सी एन एन आई बी एन और लोकमत निष्प...महोदय, जिस तरह से सी एन एन आई बी एन और लोकमत निष्पक्षता को ताक में रखकर एक-तरफ़ा पत्रकारिता करते हैं, क्या वह उचित है?? उनके सहित कई मीडिया समूह सिर्फ कोंग्रेस के मुखपत्र की तरह 'राग-दरबारी' बने हुए हैं ऐसे में उनके साथ ना तो आम जनता की कोइ सहानुभूती है ना ही इज्जत. पहले मीडिया को निष्पक्ष होना चाहिए... और घराना-पत्रकारिता से बचना चाहिए. ताकि लात-घूंसे खाने की नौबत ही ना आए. आप खुद वरिष्ठ पत्रकार हैं और आज कल के मीडिया के चरित्र और चाल-चलन से वाकिफ हैं. ऐसे में सिर्फ नेताओं को ही दोष देने से समस्या हल नहीं होगी.जीत भार्गवhttps://www.blogger.com/profile/15809114716055272312noreply@blogger.com