tag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post3275674710904883084..comments2023-09-26T19:57:38.188+05:30Comments on चीरफाड़: शत्रुघ्न सिन्हा की राजनीतिक चूक!एस.एन. विनोद !http://www.blogger.com/profile/15928209423094784655noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-57648908885066452672010-03-29T11:31:43.954+05:302010-03-29T11:31:43.954+05:30ख्वाजा अहमद अब्बास की किताब - गेहूँ और गुलाब कल ही...ख्वाजा अहमद अब्बास की किताब - गेहूँ और गुलाब कल ही पढी है और उन पर और जानकारी लेने के क्रम में नेट खंगालते वक्त आपकी यह पोस्ट पकड में आई।<br /><br /> बढिया पोस्ट है।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-69498737014585005952010-03-20T02:22:17.430+05:302010-03-20T02:22:17.430+05:30सचमुच आपने साबित कर दिया कि सच्चा मित्र किसे कहते ...सचमुच आपने साबित कर दिया कि सच्चा मित्र किसे कहते हैं। आपने बिल्कुल ठीक सलाह दी है। मैं भी शत्रुघ्नजी को बहुत नजदीक से जानता हूँ। लेकिन इस भय से उन्हें कुछ कह नहीं बता पाता कि कहीं वे नाराज नहीं हो जाएं। उन्होंने पार्टी के लिए बहुत कुछ किया है और कर भी रहे हैं। लेकिन जब वे खुद को नितिन गडकरी का बड़ा भाई मानते हंै तब तो उन्हें कुर्बानी देनी चाहिए थी। राम की तरह जिन्होंने छोटे भाई भरत के लिए त्याग किया था। राम ने भरत के लिए परेशानी पैद नहीं की थी। शत्रुजी ने गडकरी की आलोचना कर स्वयं को बहुत ही छोटा बना लिया है। उन्हें नजदीक के जानने के कारण यह बताना चाहूंगा कि व्यक्तिगत चाहत कभी राष्ट्रीय जरूरत नहीं बनती। गडकरी ने राष्ट्र और पार्टी हित में सही टीम का गठन किया है।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08006924738244825671noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-62342763766280330872010-03-19T03:36:50.127+05:302010-03-19T03:36:50.127+05:30bilkul sahi kaha..bilkul sahi kaha..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com