tag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post4408016686908461335..comments2023-09-26T19:57:38.188+05:30Comments on चीरफाड़: जेठमलानी की बद्तमीजी, मीडिया का मौन!एस.एन. विनोद !http://www.blogger.com/profile/15928209423094784655noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-74474646920734169422010-06-28T11:56:35.784+05:302010-06-28T11:56:35.784+05:30और हाँ मैं बीजेपी से नहीं हूँ. और ना ही तालिबानी ह...और हाँ मैं बीजेपी से नहीं हूँ. और ना ही तालिबानी हूँ.<br />स्वतन्त्र भारत का स्वतंत्र नागरिक हूँ जो स्वाधीनता से अपनी राय रखना जानता और निर्भीकता से सत्य के साथ खड़ा होता है.E-Guru _Rajeev_Nandan_Dwivedihttps://www.blogger.com/profile/08622138211911028281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-60074983224714061752010-06-28T11:54:17.782+05:302010-06-28T11:54:17.782+05:30मैं चिपलूनकर जी से सहमत हूँ.मैं चिपलूनकर जी से सहमत हूँ.E-Guru _Rajeev_Nandan_Dwivedihttps://www.blogger.com/profile/08622138211911028281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-47793054432571392722010-06-28T11:53:36.902+05:302010-06-28T11:53:36.902+05:30आप ने सब कुछ बताया हो सकता है कि राम जी ने ऐसा (&#...आप ने सब कुछ बताया हो सकता है कि राम जी ने ऐसा (''... तुम मीडिया वालों को कांग्रेस ने खरीद रखा है ... तुम अनएज्युकेटेड हो ... अंग्रेजी नहीं जानते ...बदतमीज हो ...गेट आउट... निकल जाओ यहाँ से!'') कहा हो, पर दीपक के उस नीचतापूर्ण प्रश्न को भी तो बताते श्रीमान जी !!E-Guru _Rajeev_Nandan_Dwivedihttps://www.blogger.com/profile/08622138211911028281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-58787499464953035802010-06-23T21:23:09.838+05:302010-06-23T21:23:09.838+05:30सुरेश चिपलूनकर की टिपण्णी पढ़ कर हम अपनी हंसी रोक ...<b>सुरेश चिपलूनकर की टिपण्णी पढ़ कर हम अपनी हंसी रोक नहीं पा रहे हैं</b>....<br /><br />आदरणीय दिनेश रॉय द्विवेदी जी से सहमत !!!<br /><br />वैसे सुरेश ने सिर्फ बचाव इसलिए किया की वह बीजेपी से हैं और ..... ख़ैर जाने दीजिये फिर कभी......<br /><br />सलीम ख़ान <br />9838659380Saleem Khanhttps://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-30199366237593938822010-06-23T17:58:48.608+05:302010-06-23T17:58:48.608+05:30निश्चत रूप से यह किसी व्यक्ति या चैनल का अपमान नही...निश्चत रूप से यह किसी व्यक्ति या चैनल का अपमान नहीं बल्कि पूरी मीडिया का अपमान है। बात जहां तक प्रतिकार करने की है। अपमान जिस व्यक्ति या संस्थान का हुआ है। शुरुआत तो उसी को करनी चाहिए। उसके बाद ही कारवां बनेगा ना। पहल तो उन्हें ही करनी पड़ेगी। हो सकता है दीपक जी पर कोई दबाव हो वे इसलिए कुछ न कह पा रहे हो, लेकिन किसका दवाब होगा। जहां वे काम कर रहे हैं उसी का ना। तो फिर सवाल ये भी उठता है कि क्यों चैनल कुछ ठोस नहीं कर रहा। मामला गंभीर है। पता किया जाना चाहिए कि माजरा क्या है।पंकज मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/05619749578471029423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-61841023766406719932010-06-23T17:52:53.785+05:302010-06-23T17:52:53.785+05:30''...तुम मीडिया वालों को कांग्रेस ने खरीद ...''...तुम मीडिया वालों को कांग्रेस ने खरीद रखा है... तुम अनएज्युकेटेड हो... अंग्रेजी नहीं जानते... बदतमीज हो... गेट आउट... निकल जाओ यहाँ से!'' विनोद जी व्यक्तिगत विद्वेष जेठमलानी से हो तो बात अलग है, परन्तु जेठमलानी ने मिडिया के बारे में गलत क्या कहा है. क्या आज की मिडिया चाहे प्रिंट हो या इलेक्ट्रोनिक कोंग्रेस की चरण चारण नहीं करती? क्या एक भी राष्ट्रीय चैनल की हिम्मत है सोनिया मनमोहन से उसकी इच्छा के विपरीत सवाल पूछने की या आरोप लगाने की?<br />क्या आज की मिडिया लोकतंत्र की चौथा स्तम्भ कहलाने लायक है? क्या एक भी मिडिया घराना ऐसा है जिसकी वास्ता जनसरोकार से हो? क्या आज की मिडिया पूंजीपति की रखैल नहीं है ? क्या आज का पत्रकार विज्ञापन एजेंट बनकर नहीं रह गया ? क्या संपादक का काम मुनाफा कमाकर मालिकों का जेब भरना नहीं रह गया? तो ऐसे में जब मिडिया अपने दायित्व से विमुख हो चूका है लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ नहीं रहा, संपादक संपादक नहीं रहा पत्रकार पत्रकार नहीं रहा तो फिर आपको जेठमलानी के शब्दों से इतना मिर्ची क्यों लगा? इससे कोई इंकार नहीं कर सकता की आज भी मिडिया में बहुत सारे अच्छे पत्रकार संपादक है, परन्तु उनको कितनी आजादी मिला हुआ है अपनी दायित्व सही से निभाने के लिए. <br /><br />ये एक खुला सच है की एक मिडिया संसथान चलाने के लिए बहुत सारे पैसे चाहिए. और पैसा जो लगाएगा ओ मुनाफा भी कमाएगा, मुनाफा कमाएगा विज्ञापन से और विज्ञापन मिलेगा सरकार से और बड़े उद्योगों से, तो फिर हुक्म किसका बजाएगा सरकार और पूंजीपतियों का, सरकार किसका है कोंग्रेस का-----------------------------.<br /><br />तो फिर ये थोथा आदर्शवादिता क्यों और किसलिए -"हम लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ है", जब आपके हाथ में कुछ भी नहीं है आप एक कठपुतली मात्र हो जिसकी डोर पूंजीपतियों के हाथ में है, तो फिर अपनी खीज जेठमलानी पर क्यों उतारने की कोशिश कर रहे हो, आप अच्छे पत्रकार हो, आप अच्छे लिखते हो अच्छे बोलते हो, सब ठीक है परन्तु आपको स्पेस कौन मुहैया कराएगा? और जो स्पेस मुहैया करेगा उसके विरुद्ध आप लिख सकते हो? यदि आपने लिख भी दिया तो कितने सेकेण्ड ओ मिडिया संसथान आपको बर्दास्त कर सकता है? <br /><br />प्रश्न बहुत सारे है विनोदजी परन्तु आज बात होनी चाहिए, आज की मिडिया जिस अंधी सुरंग में फँस चुकी है उससे कैसे निकाले, जिस दलदल में फँस चुकी है उससे कैसे निकाले, परन्तु हम बात कर रहे है की जेठमलानी ने दीपक चौरसिया को कोंग्रेस का एजेंट क्यों कहा? अरे जब दीपक चौरसिया कोंग्रेस का एजेंट बनकर राम जेठमलानी से असुविधा जनक सवाल जवाब करेगा तो जेठमलानी क्या कहेगा? आपको तो जेठमलानी को साधुबाद देना चाहिए जो आज के माहौल में जब एक स्वर से सारे मिडिया जय सोनिया, जय मनमोहन, जय अम्बानी, जय माल्या --------------का गुणगान गा रहा हो, विपक्ष तक सीबीआई के डर से मूक बना हो, ऐसे माहौल में सच बोलने का सहस किया ''...तुम मीडिया वालों को कांग्रेस ने खरीद रखा है".<br /><br />विजय झाvijay jhahttps://www.blogger.com/profile/05418138073281298442noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-83784315218203050052010-06-23T13:18:15.353+05:302010-06-23T13:18:15.353+05:30मीडिया भी (इलेक्ट्रानिक) कोई कम नहीं है..मीडिया भी (इलेक्ट्रानिक) कोई कम नहीं है..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-41381500846726382472010-06-23T10:03:54.199+05:302010-06-23T10:03:54.199+05:30जेठमलानी डालर के गुलाम हों, सनकी हों, पागल हों… चा...जेठमलानी डालर के गुलाम हों, सनकी हों, पागल हों… चाहे जैसे भी हों लेकिन आज मीडिया क्या है? जेठमलानी ने सिर्फ़ आईना दिखाया है…। मीडिया में अब इतना "नैतिक साहस" नहीं बचा कि वह जेठमलानी या किसी अन्य का विरोध कर सके। <br /><br />जो मीडिया मनमोहन सिंह की बहुप्रतीक्षित प्रेस कान्फ़्रेंस में "आप दो महिलाओं के बीच सन्तुलन कैसे साधते हैं"? जैसे बेहूदे और अनर्गल सवाल पर अपना फ़ोकस केन्द्रित किये हो, जिस मीडिया में सोनिया गाँधी से सीधे एक सवाल करने की हिम्मत नहीं हो, जिस मीडिया को राहुल बाबा अपने दरवाजे का कुत्ता समझते हों… उसकी औकात नहीं है कि वह कुछ बोले। <br /><br />देश में समस्याओं का अम्बार लगा हुआ है (जो अधिकतर कांग्रेस की देन हैं) और यदि फ़िर भी मीडिया को कैटरीना की साड़ी और अभिषेक की रावण रिलीज में अधिक रुचि हो तब ऐसे मीडिया को लतियाकर जेठमलानी ने ठीक ही किया…Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-19730358419995190192010-06-23T08:42:38.526+05:302010-06-23T08:42:38.526+05:30यह निश्चित ही चौरसिया का निजी अपमान नहीं है स्टार ...यह निश्चित ही चौरसिया का निजी अपमान नहीं है स्टार न्यूज या सामूहिक रूप से मीडिया का हो सकता है .....मीडिया में सचमुच वह नैतिक साहस नहीं है जो इस अपमान के बाद उसे मुखर कर सके ....याद है दिवंगत काशीराम ने मीडिया को ऐसी ही चपत लगाकर जलील कर दिया था ..अब मीडिया की हालत वही है सौ सौ जूते खाए तमाशा घुस के देखे ...और अब मीडिया का शायद सबसे मुखर उद्घोष वाक्य यही बने ! ...<br />चलिए प्रायोजित ख़बरों में रमिये न ......Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-78757836928311772452010-06-23T02:09:35.300+05:302010-06-23T02:09:35.300+05:30अगर इस देश में कोई सबसे बड़ा सनकी है तो वो है राम ...अगर इस देश में कोई सबसे बड़ा सनकी है तो वो है राम जेठमलानी। लोक सभा चुनाव में लखनऊ से अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ खड़े होकर उसने जैसी बातें उनके खिलाफ कही थी उसके बाद इस बात को पचाना बहुत मुश्किल हो रहा था कि BJP उसे अपना उम्मीदवार बनाकर राज्य सभा में भेज रहा है। ऐसी सनक सिर्फ जेठमलानी में ही पायी जा सकती है ओर ऐसी बेतुकी राजनीति सिर्फ BJP में ही मिल सकती है। <br /><br />http://draashu.blogspot.comAashuhttps://www.blogger.com/profile/01903987800218010521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-20548199669529503522010-06-23T01:09:50.212+05:302010-06-23T01:09:50.212+05:30कल अगर एंडरसन के खिलाफ मुकदमा चल निकला तो यही जेठम...कल अगर एंडरसन के खिलाफ मुकदमा चल निकला तो यही जेठमलानी अदालत में उस की पैरवी करता नजर आएगा। यह डालर का गुलाम है सनकी क्यों न होगा?दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com