tag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post8626386216491387679..comments2023-09-26T19:57:38.188+05:30Comments on चीरफाड़: गलत है कि पूरा मीडिया बिक गया है!एस.एन. विनोद !http://www.blogger.com/profile/15928209423094784655noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-72010801415658731662010-06-25T21:06:27.541+05:302010-06-25T21:06:27.541+05:30विनोद जी आपके बात से सहमत हूँ , मिडिया में अभी भी ...विनोद जी आपके बात से सहमत हूँ , मिडिया में अभी भी बहुत सारे अच्छे पत्रकार और संपादक है, कुछ मिडिया मालिक भी अच्छे है, जिनकी कोशिश है मिडिया की गरिमा को बनाये रखे. और ब्याक्तिगत स्तर पर वे इस कोशिश को अमलीजामा भी पहनाते है. परन्तु इनकी ये कोशिश मिडिया की सामूहिक तस्वीर नहीं बन पाता है, दिक्कत यहाँ पर है. <br /><br />बाजारबाद समाज के हर क्षेत्र पर हावी है, मूल्यों के गिरावट का दौर है, समाज का कोई अंग इससे अछूता नहीं है. राजनितिक प्रणाली और अफसरशाही के चरित्रों में गिरावट को तो आम जनता आत्मसात कर चूका है. परन्तु मिडिया के मूल्यों में गिरावट को हम आत्मसात करने को तैयार नहीं है. क्योंकि मिडिया सदा से ही आम जनता की आवाज रहा है, आन्दोलन रहा है, विचार और विचारकों का मंच रहा है और सबसे बड़ा एक विश्वास रहा है जिसके लिखे को और कहे को ही सत्य मानते आये है. और जब इस विश्वास को दरकते देखता हूँ तो एक खीज उत्त्पन्न होता है, दर्द होता है, दुःख होता है. <br />क्या आज की मिडिया हमारे इस भावनाओं को समझने को तैयार है ?<br /><br />विजय झाvijay jhahttps://www.blogger.com/profile/05418138073281298442noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-72959618651516778452010-06-25T07:32:16.562+05:302010-06-25T07:32:16.562+05:30बात कुछ पत्रकारों की नहीं है विनोद जी। लेकिन क्या ...बात कुछ पत्रकारों की नहीं है विनोद जी। लेकिन क्या मीडिया के प्रभावी हिस्से पर पूंजीपतियों का अधिकार नहीं है? अधिकांश पत्रकार जो नौकरियाँ करते हैं उन के दबाव में काम नहीं करते? यह एक कड़वी सचाई है। इसे पिया नहीं जा सकता। लेकिन सब पत्रकार बिके हुए हैं, यह बात अवश्य ही गलत है। पत्रकारिता में आज भी बहुत लोग हैं जो खुल कर सचाई सामने लाते हैं, उस से समझौता नहीं करते। सारा मीडिया बिका हुआ है, यह कहना तो पत्रकारिता के पेशे का घोर अपमान है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-17551974440523022002010-06-25T07:26:59.624+05:302010-06-25T07:26:59.624+05:30बात सही है पर फ़िर भी मुझे लगता है कि आज यह सबसे ब...बात सही है पर फ़िर भी मुझे लगता है कि आज यह सबसे बडी समस्या है कि पत्रकारिता मे अच्छे लोग नग्नय क्यों हें और है भी तो इसके परिमर्जन के क्या उपाय किये जा रहे है. आप निचले स्तर पर देखें तो पता चलेगा की स्थिति कितनी भयाबह है. जिन्हें पत्रकार कहा जाता है और जिनकी रिपोर्ट लोग पड्ते-देखते है उनकी सच यह है की सुबह से ही वे लोगों से पैसे ऎटने के लिए निकल जाते है और रेपोर्ट तभी आती है जब नगद नहीं मिलती.Arun sathihttps://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-31668301962793681742010-06-25T05:29:02.611+05:302010-06-25T05:29:02.611+05:30अभी भी मीडियां में कुछ ऐसे पत्रकार हैं जो पैसो के ...अभी भी मीडियां में कुछ ऐसे पत्रकार हैं जो पैसो के लिए काम नहीं करते हैं ...आभारसमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-26103955986373346762010-06-25T05:28:45.397+05:302010-06-25T05:28:45.397+05:30आपके विचारों से काफी हद तक सहमत हूँ .... अभी भी मी...आपके विचारों से काफी हद तक सहमत हूँ .... अभी भी मीडियां में कुछ ऐसे पत्रकार हैं जो पैसो के लिए काम नहीं करते हैं ...आभारसमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.com