tag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post3644757152869411484..comments2023-09-26T19:57:38.188+05:30Comments on चीरफाड़: अवसरवाद, समझौता, समर्पण के ये 'पापी'!एस.एन. विनोद !http://www.blogger.com/profile/15928209423094784655noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-22299959127169047542010-04-26T10:14:47.481+05:302010-04-26T10:14:47.481+05:30लोकतंत्र के नाम पर देश और जनता को बेवकूफ बनाकर लूट...लोकतंत्र के नाम पर देश और जनता को बेवकूफ बनाकर लूटने का खेल अबाध रूप से जारी है. इस तरह के लोकतंत्र से तो अराजकता बेहतर है. वह कम से कम लोगों को अपना हक़ छीनने के लिए मजबूर तो करती है. यहाँ तो 'लोकतंत्र' की अफीम देकर सबको सुला दिया गया है. बड़ा रंगीन मुगालता है यह........निशाचरhttps://www.blogger.com/profile/17104308070205816400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-1047944620602677042010-04-25T05:32:32.779+05:302010-04-25T05:32:32.779+05:30नंगे होते फिर भी ठीक थे, ये तो नंगेपन को उचित ठहरा...नंगे होते फिर भी ठीक थे, ये तो नंगेपन को उचित ठहरा रहे हैं और कपड़े पहने लोगों को बीमार बताने पर उतारू हैं..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com