tag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post6254409226803476264..comments2023-09-26T19:57:38.188+05:30Comments on चीरफाड़: इंदिरा, इंडियन एक्सप्रेस और गोयनका!एस.एन. विनोद !http://www.blogger.com/profile/15928209423094784655noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-33996917491382420652009-11-02T22:15:56.606+05:302009-11-02T22:15:56.606+05:30behtar hota ramnath goyanka se juda koi patrkaar l...behtar hota ramnath goyanka se juda koi patrkaar likhta.kuldeep naiyar ,arun shouri aur prabhash joshi abhi <br />jinda hai.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-76053555531380637402009-11-02T21:55:06.288+05:302009-11-02T21:55:06.288+05:30करंनिया=करंजियाकरंनिया=करंजियाKajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-14397514227146176642009-11-02T21:54:31.426+05:302009-11-02T21:54:31.426+05:30एक बार रूसी करंनिया ने लिखा था कि रामनाथ गोयनका ने...एक बार रूसी करंनिया ने लिखा था कि रामनाथ गोयनका ने नौकरी के लिए उनका इंटरव्यू तेल के टब में लेटे लेटे बाथरूम में लिया था... इसे भी पत्रकारिता से, न जाने, जोड़ कर देखा जाना चाहिये या नहीं.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-61830747222500639392009-11-02T15:31:35.198+05:302009-11-02T15:31:35.198+05:30नेहरू की लायक नहीं, नालायक बेटी थी!
अपनी और अपने प...नेहरू की लायक नहीं, नालायक बेटी थी!<br />अपनी और अपने परिवार की सत्ता बरकरार रखने के लिए इंदिरा गांधी ने लोकतंत्र का गला घोटा। तानाशाह बन आपातकाल के दौरान आम जनता से उनके मौलिक अधिकार छिन लिए थे। न्यायपालिका की स्वतंत्रता छिन उसका मानमर्दन किया। प्रेस को प्रताडि़त कर उसे रेंगने के लिए मजबूर किया। अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा की पूर्ति के लिए फिरोज गांधी जैसे पति को छोड़ दिया। अपनी जवान विधवा बहू और दुधमुंहे पोते को घर से निकाल दिया। शेखर गुप्ता इन तथ्यों से अनजान कैसे है? इंदिरा गांधी पंडित नेहरू की लायक नहीं, नालायक बेटी थी! <br />- अनामिका दासAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/11707797029795520229noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-18590317448968782172009-11-02T12:50:28.195+05:302009-11-02T12:50:28.195+05:30विनोद जी, आपकी खरी बात कहने का मैं कायल हूँ. इंदिर...विनोद जी, आपकी खरी बात कहने का मैं कायल हूँ. इंदिरा जी की भारत के लिए उपलब्धियां कम नहीं हैं और सच कहें तो वह भारत की अंतिम "रीढ़ की हड्डी" वाली प्रधानमंत्री थीं............परन्तु सत्ता के लिए तंत्र के प्रत्येक अवयव में अवमूल्यन का प्रारंभ उन्होंने ही किया. यह अवमूल्यन आज क्षय रोग के रूप में सारे तंत्र में फैल चुका है और इसके बैक्टीरिया को इस तंत्र में प्रवेश करने वाली इंदिरा ही थीं जिसके लिए उन्हें माफ़ नहीं किया जा सकता. <br /><br />व्यक्ति पूजा राजनीति की प्राण-वायु है जो सच पर एक रंगीन गुबार डालकर इतिहास को विकृत कर देती है. इतिहास को उसके सच्चे रूप में -फिर वह चाहे विकृत ही क्यों न हो-सामने लाने का आपका यह कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण और सराहनीय है. कृपया इसे जारी रखें क्योंकि नई पीढी को सच्चाई से रूबरू कराना उतना ही जरूरी है जितना कि सच का सच होना.........निशाचरhttps://www.blogger.com/profile/17104308070205816400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5804599932580301957.post-31744369507734951392009-11-02T08:25:13.690+05:302009-11-02T08:25:13.690+05:30सर , आप ने आपातकाल में इंदिरा जी की भूमिका पर काफी...सर , आप ने आपातकाल में इंदिरा जी की भूमिका पर काफी वास्तविक प्रकाश डाला है | <br />सत्ता और संस्थान विरोधी स्वर आपातकाल के बाद से लेकर आजतक किन - किन मीडिया घरानों में मुखर रहा है ? कृपया इस पर भी अपने अनुभव साझा करें |<br /><br />धन्यवाद |Varun Kumar Jaiswalhttps://www.blogger.com/profile/06755807348407548036noreply@blogger.com